डाॅ. किरण
यह शोध पत्र हिंदी साहित्य के आधुनिक कवि रामकुमार वर्मा के काव्य में प्रकृति के विविध रूपों और सौंदर्य के चित्रण का विस्तृत अध्ययन प्रस्तुत करता है। रामकुमार वर्मा ने अपने काव्यों में नदियाँ, पर्वत, सागर, पशु-पक्षी, ऋतुएँ एवं प्राकृतिक घटनाओं का अत्यंत सजीव और मनोहारी वर्णन किया है, जो उनकी गहन अनुभूति और प्रकृति के प्रति आदर को दर्शाता है। उनके काव्य में प्रकृति केवल पृष्ठभूमि नहीं, बल्कि मानव जीवन की संवेदनाओं और भावनाओं का प्रतिबिंब भी है। इस अध्ययन में उनके प्रमुख काव्य संग्रहों से चयनित पदों का विश्लेषण कर प्रकृति के सौंदर्य, उसकी विराटता, कोमलता और उसके मानवीय अनुभवों के साथ संवाद को प्रमुखता दी गई है। इसके अलावा, प्रकृति और मानव के अन्तर्निहित सम्बन्ध तथा छायावादी काव्य परंपरा में प्रकृति चित्रण के महत्व को भी उजागर किया गया है। यह शोध प्रकृति के विभिन्न आयामों को समझने और रामकुमार वर्मा के काव्य में उसके बहुमुखी प्रभावों को पहचानने में सहायक सिद्ध होगा।
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