Anupma Kumari Dubey
महिला सशक्तिकरण आज के भारतीय समाज में सामाजिक परिवर्तन का प्रमुख आधार बन चुका है। यह केवल लैंगिक समानता का प्रश्न नहीं बल्कि सामाजिक न्याय, आर्थिक विकास और सांस्कृतिक पुनर्गठन का भी प्रतीक है। समाजशास्त्रीय दृष्टि से महिला सशक्तिकरण का संबंध समाज की संरचनात्मक व्यवस्था, मूल्य प्रणाली और पारिवारिक संस्था से गहराई से जुड़ा हुआ है। इस शोध आलेख में भारतीय समाज में महिला सशक्तिकरण की स्थिति, उसके कारण, प्रभाव और सामाजिक परिवर्तन के आयामों का विश्लेषण किया गया है। साथ ही विभिन्न समाजशास्त्रियों और सरकारी नीतियों के संदर्भ में इसके महत्व पर विचार किया गया है।
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